Thursday, February 7, 2013

दवा की खरीद से पहले इसके अन्य विकल्पों की जाँच कर लें।


अक्सर हमलोग डाक्टर साहव के द्वारा लिखी गयी (Prescribed) दवाओं को या Prescription मे लिखी दवाओं को, बिना किसी भी शंका  के किसी केमिस्ट के दुकान से जाकर ले आते है। 
मैं भी यही करता हूँ, डाक्टर के द्वारा लिखी गयी दवाओं को बिना कोई समझौता, सीधे किसी भी केमिस्ट के दुकान से ले आता हूँ। अगर कोई दवा किसी केमिस्ट के यहाँ नहीं मिलती है तो हम उस विशेष दवा की खोज मे हम केमिस्ट दर केमिस्ट भटकते है।
हमलोग कभी यह जानने की कोशिश ही नही करते कि डाक्टर  साहब ने जो ब्रान्डेड दवा लिखी है, उसी composition की दवा अनेको कम्पनियां बनाती है। किसी एक कम्पनी की दवा नही मिली तो उसी क्म्पोजिसन की दवा दुसरे कम्पनी की ले लें,  यह हम सोचते भी नहीं हैं।
कोई भी डाक्टर सभी कम्पनियों की दवाओं के बारे नहीं जान सकता, वे ज्यादातर काफी विख्यात या बड़ी कम्पनियों की दवाये लिखते हैं या उस कम्पनी की जिसके मेडिकल रिप्रेजेंटिटिव उन्हें काफी बड़े बड़े उपहार या बड़ी कमीसन देते है। और हम डाक्टर साहब की लिखी ब्राण्डेड दवा ही खरीदने की जिद मे पड़ जाते है। हो सकता है वह Particular  दवा, डाक्टर साहब के दारा सुझाये गये किसी खास दवा दुकान से ही मिलेगी।
कुछ दिन पहले मुझे दाँत दर्द हुआ था इसके लिये डाक्टर ने मुझे SUMO (500+100)  दिया था। इस दवा मे 500mg Paracetamol और 100mg Nimesulide होता है। केमिस्ट मेरे जानपहचान के थे, उन्होने मुझसे कहा कि क्या यही दवा लेनी है या इस कम्पोजिसन का कोई दुसरी दवा भी चलेगी। उन्होने यह भी बताया कि, एक आम दवा है और इस कम्पोजिसन का सैकड़ों दवाईयाँ, जो कि SUMO से न सिर्फ काफी सस्ती है वरन गुनवत्ता मे किसी तरह भी कमतर नही है, उपलब्ध है।  SUMO  जहाँ Rs.43.50 मे दस टैबलेट आती है, वहीं कुछ कम्पनियाँ इस कम्पोजिसन की दवा मात्र मात्र 4 से 10 रुपये से लेकर उपलब्ध करा रही है।   और मुझे उसने उसके पास उपलब्ध Mankind Pharma का Mahagesic  दवा दे दिया जिसका मुल्य मात्र 17/-प्रति 10 टैबलेट रुपये लिया।
मुझे कुछ और उत्सुकता हुई। मैने कुछ और दवाइयो के बारे मे भी जानने की कोशिश किया, अपने मित्र केमिस्ट से कुछ विशेष जानकारी हासिल किया। उच्च रक्तचाप की एक बहुत ही आम दवा है- Amlodipin 5mg. यह दवा भी विभिन्न नामो से 50 पैसे से लेकर 8.50 रुपये प्रति टेबलेट मार्केट मे उपलब्ध है। 
डाक्टर साहब के द्वारा लिखी जाने वाली विभिन्न एन्टीवायोटिक्स के लिए भी यही बात आती है। Ciprofloxacin-500mg एक बहुत ही आम एन्टीवायोटिक्स है, यह दवा भी विभिन्न ब्राण्डेड नामों से बाजार मे एक रुपये से आठ रुपये प्रति टैबलेट मे उपलब्ध है. इस तरह  सभी दवाओं का बिना इसके  कम्पोजिसन से कोई समझौता किए दर्जनों विकल्प   बाजार मे उपलब्ध है, और उनके मूल्यों मे भी काफी अन्तर है। 
Don’t be surprised to see that same drug is available at very low cost also. And that to by other reputed manufacturer. E.g. Metocard XL 50 is for Rs.62.0 and same drug by Cipla (Meplo) is available only @ 7.00 only.

क्या हम डाक्टर से यह पुछने का साहस रखते है, कि उनके द्वारा लिखी दवा से सस्ती दवा लिखें, नही ना? इसी कसमकस और दवा बाजार मे मची इस अंधेरगर्दी से आम जनता को बचाने के लिए विनोद कुमार मेमोरियल ट्रस्ट ने एक website “medguideindia.com”   आम जनता के लिए लांच किया है। इसमे Dडाक्टर के द्वारा लिखी दवा के नाम को सर्च कर, उस दवा से जुड़ी सारी जानकारी यथा composition, इसकी मात्रा, साईड इफेक्ट प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही इस कम्पोजिसन की अन्य कम्पनियों की दवाओं का लिस्ट और उसके बाजार मुल्य सभी मिल जायेगें। यदि कोई डाक्टर किसी अन्जान कम्पनी की दवा लिखते है तो उनसे उस दवा का क्म्पोजिसन लिखने के लिए हम कह सकते है, ताकि उस कम्पोजिसन की सस्ती दवा हम ले सकें।
कुछ दवा कम्पनियाँ डाक्टर को किसी खास दवा के लिए 20 से 30% कमीसन देती है और वह दवा सिर्फ डाक्टर के द्वारा बताये केमिस्ट के दुकान से ही मिलेगी। हो सकता वह दवा इस वेवसाईट नही भी मिले, क्योंकि छोटी छोटी कम्पनियों अपने प्रोडक्ट को इसमे शामिल नहीं किया है,और डाक्टर साहब भी दवा की क्म्पोजिसन नही बतलाना चाहेगें तब आपके पास सिर्फ वही दवा लेने के सिवाय कोई और विकल्प नही बचेगा, इस स्थिति मे आप उस खास दवा की थोड़ी मात्रा लें, उसकी  composition जान लें और फिर उस दवा का विकल्प खोजें।   
इस साईट के मदद से आप दवाओं पर होने वाले खर्चों को कम कर सकते है।  मेडिकल प्रोफेसन को मानवता का सेवा से जोड़ा जाता रहा है। पर आज यह अन्य प्रोफेसनों कि भांति सिर्फ और सिर्फ पैसे कमाने /बनाने से जुड़ चुका है (मुट्ठी भर ईमानदार डाक्टरों को छोड़कर)  मरीज को डाक्टर साहब client समझते हैं, और उसकी हैसियत के अनुसार ईलाज होता है, अधिक से अधिक टेस्ट/एक्सरे, अल्ट्रासाउंड,और महंगी दवाओं सभी कुछ मरीज की हैसियत पर निर्भर होता न कि मरीज के रोग को देखकर। 

  

No comments:

Post a Comment